गुरुवार, 10 मई 2012

तटबंध का खेल : बांध टूटने की जांच पूरी नहीं, फिर बन रहे नये तटबंध

संवाददाता▪पटना, प्रभात खबर, 10 May 20012, पटना संस्करण

तटबंधों की मरम्मत पर पिछले 22 वर्षों में 2,752 करोड़ रुपये खर्च हुए, लेकिन बाढ. की विभीषिका कम नहीं हुई. 1980 से 2008 के बीच (28 वर्षों में) बाढ. ने 6,444 लोगों की जान ली. कोसी के कुसहा बांध में टूटान को लोग अब तक नहीं भूले हैं. 

2008 में कुसहा बांध टूटने के कारण करीब 30 लाख की आबादी प्रभावित हुई थी. कुसहा बांध टूटने के लिए कौन जिम्मेवार है, यह तय होना अभी बाकी है. जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने अब तक अपनी रिपोर्ट नहीं दी है.

बनी हुई है परिपाटी


तटबंधों की मरम्मत पर हर साल करोड़ों खर्च और फिर अगले साल उसी तटबंध की मरम्मत की परिपाटी पिछले कई वर्षों से जारी है. राज्य सरकार अभी और नये तटबंध बनाने योजना पर काम कर रही है. सूबे में अभी 3,649 किमी तटबंध है. अगले पांच साल में 1,676 किलोमीटर और तटबंध बनाने की योजना है. विभाग का दावा है कि इससे लगभग 26.86 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को बाढ. से सुरक्षित रखा जायेगा.



चालू वित्तीय वर्ष 2012-13 में विभाग ने 406 किलोमीटर तटबंध बनाया जायेगा.

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