मंगलवार, 20 मार्च 2012

आन्दोलन कमजोर करने की साजिश


कटरा, मुजफ्फरपुर (बिहार) : बागमती बांध निर्माण के खिलाफ चल रहे आन्दोलन को कमजोर करने की साजिश चल रही है. आन्दोलनकारियों में फूट डालने, संघर्ष को कमजोर करने, आन्दोलन के समर्थक ग्रामीणों को झूठे मुकदमों में फंसाने का सिलसिला शुरू हो गया है. जानकारी हो कि कटरा थाना क्षेत्र के खंगुरा गाँव स्थित बागमती बांध परियोजना के कैम्प कार्यालय पर १८ मार्च को रात उपद्रवियों के हमले में ग्रामीण शिबू साह की मौत हो गयी थी. पुलिस ने प्रथम दृष्टया घटना का मुख्य कारण ठेकेदारी को लेकर वर्चस्व की लडाई मान रही है. जबकि बांध समर्थकों, ठेकेदारों, इस परियोजना से जुड़े नेताओं ने मृतक के परिजन को दबाव व झांसे में लाकर आन्दोलन से जुड़े स्थानीय गंगिया निवासी चंद्रकांत मिश्र व उनके पुत्र को भी नामजद अभियुक्त बना डाला है. 


जाँच टीम गठित :
घटना के तुरंत बाद 
१९ मार्च को बिहार शोध संवाद की पांच सदस्यीय टीम घटनास्थल का दौरा कर मामले की जाँच की.  टीम ने सभी पक्षों से बातचीत कर तथ्य जुटाया. मृतक के परिजन से भी जानकारी ली. जाँच टीम में शाहिद कमल, डॉ. श्याम कल्याण, डॉ. हेम नारायण विश्वकर्मा, आनंद पटेल, सत्येन्द्र कुमार शर्मा शामिल थे.


 जाँच रिपोर्ट जारी :२० मार्च को मुजफ्फरपुर में बिहार शोध संवाद के अनिल प्रकाश ने जाँच रिपोर्ट जारी कर घटना की उच्चस्तरीय जाँच की मांग की, ताकि निर्दोष न फंस सके. इस मौके पर जांच टीम के सभी सदस्य मौजूद थे. जांच रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना बांध निर्माण में लगे ठेकेदारों के बीच वर्चस्व का नतीजा है. अनिल प्रकाश, डॉ. हरेन्द्र कुमार, महेश्वर यादव, बिरेन्द्र राय व गंगा प्रसाद ने डीएम, एसपी, आईजी व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से अपील की है कि वे खुद से इस घटना की जाँच करे.

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