शनिवार, 12 मई 2012

बागमती की व्यथा कथा


बागमती पर बोलते हुए अनिल प्रकाश 


आज दिनांक 12 मई 2012 को सेडेड (साउथ एसियन डायलाग आन इक्लाजिकल डेमोक्रेसी) के दिल्ली  दफ्तर में बिहार के अनिल प्रकाश ने ‘बागमती की व्यथा एवं आक्रोश कथा’’ पर बिहार में चल रहे जन आंदोलन बागमती बचाओ अभियान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि ‘बागमती  व्यथा कथा’ अब आक्रोश गाथा में दबदिल हो गई है। बागमती पर  बन रहे तटबंध के कारण इन क्षेत्रों के लोगों में  रोष व्याप्त हो गया है। हालांकि अभी बिहार सरकार की तरफ से दमनांत्मक कार्यवाही नहीं हुई है, लेकिन  आंदोलनकारी तटबंध नहीं बनाने की मांग पर अडिग हैं और बने हुए तटबंधों को सरकार द्वारा तोड़े जाने के लिए प्रतिबध है, इसलिए लोगों को चैकन्ना रहने को कहा गया। श्री प्रकाश ने कहा कि ‘हम लड़ेंगे, हम जीतेंगे’  

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